शहर सत्ता / रायपुर। सूबे के पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा कल शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर पहुंचे थे। सशराब घोटाले के मामलें में उनसे ED अफसरों ने तक़रीबन साढ़े आठ नौ घंटे तक पूछताछ की। लखमा के साथ उनके बेटे हरीश भी पूछ्ताछ के लिए ईडी दफ़्तर गए थे। इस पुरे घटनाक्रम में उनके मंत्री रहते हरदम इर्दगिर्द रहने वाले चेहरे नदारद रहे। उनके समर्थन में ना ही ईडी दफ्तर के बाहर कोई भीड़ जमा हुई ना कोई हंगामा और नारेबाजी। लखमा के समर्थन में केवल उनके चुनिंदा लोग दिखे जो उनके परिवार से सीधे ताल्लुख रखते है।
ये भी देखें : ED दफ़्तर से बाहर निकले लखमा, बोले-कोई बदतमीजी नहीं हुई, चाय-नाश्ता भी पूछा
गौरतलब है कि भूपेश बघेल के नतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में लखमा आबकारी, उद्योग जैसे महत्वपुर्ण विभागों के मंत्री थे। इस दौरान उनके बंगला नंबर सी-5 में लगातार हाज़री और हर कर्यक्रम में उनके साथ तस्वीरों में दिखने वाले उनके स्व्यंभू कट्टर समर्थक नदारद रहे। कांग्रेस के युवा नेता में शुमार और लखमा के बंगले में सीधे एंट्री पाने वाले सद्दाम सोलंकी ED दफ्तर तो दूर उनसे मेल मुलाकात के लिए भी नहीं पहुंचे। वहीं उनके खासमखास सुशील ओझा विदेश में अपनी छुट्टियां मनाने में व्यस्त है। सुशील का भी नाम शराब घोटाले में जुड़ा है। ED ने सुशील के चौबे कॉलोनी स्थित घर से भी कई दस्तावेज जब्त करने की बात कही है। विदेश में बैठकर पार्टी करते हुए सुशील वीडियो बना कर उसे सोशल मीडिया एकाउंट में पोस्ट कर रहा है।
ED का दावा मिले है दस्तावेज़
इधर प्रवर्तन निदेषालय की तरफ से ये दावा किया गया है कि लखमा के खिलाफ कई महत्वपूर्ण सबूत जुटा लिए गए है। X पर निदेशालय की ओर से ये जानकारी देते हुए कहा गया कि “प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), रायपुर ने छत्तीसगढ़ के शराब घोटाले मामले में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के प्रावधानों के तहत 28.12.2024 को छत्तीसगढ़ के रायपुर, धमतरी और सुकमा जिलों में स्थित सात परिसरों में तलाशी अभियान चलाया। तलाशी अभियान के परिणामस्वरूप, ईडी घोटाले की प्रासंगिक अवधि के दौरान कवासी लखमा द्वारा नकद में पीओसी के उपयोग से संबंधित सबूत जुटाने में सक्षम हो गया है। इसके अलावा, तलाशी में कई डिजिटल डिवाइस बरामद और जब्त की गईं, जिनके बारे में माना जाता है कि उनमें आपत्तिजनक रिकॉर्ड हैं।”
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), रायपुर ने छत्तीसगढ़ के शराब घोटाले मामले में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के प्रावधानों के तहत 28.12.2024 को छत्तीसगढ़ के रायपुर, धमतरी और सुकमा जिलों में स्थित सात परिसरों में तलाशी अभियान चलाया। तलाशी अभियान के परिणामस्वरूप, ईडी घोटाले की…
— ED (@dir_ed) January 2, 2025
भाजपा बना रही है दबाव-लखमा
तक़रीबन नौ घंटे की पूछताछ खत्म होने के बाद क्वासि लखमा जब बाहर आए तो उन्होंने मीडिया से चर्चा कर भाजपा पर निशाना साधा। लखमा ने मीडिया से कहा कि, मैं गरीब व्यक्ति हूं, आदिवासी आदमी हूं, आदिवासियों के लिए आवाज उठाता रहूंगा। उसी से नाराज होकर भाजपा ने मुझे परेशान करने के लिए आरोप लगाए हैं। इसकी लड़ाई अंतिम तक लडूंगा। जब तक जिंदा रहूंगा, आदिवासियों के लिए लड़ता रहूंगा।