
शहर सत्ता / रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र (budget session) में आज का प्रश्नकाल अजय वर्सेज़ अरुण रहा। सत्तापक्ष के सदस्य और कुरुद विधायक अजय चंद्राकर सूबे के उप मुख्यमंत्री अरुण साव जो पीएचई विभाग भी सम्हाल रहे है उन पर सीधे हमला बोला। चंद्राकर के साथ प्रश्नकाल में सत्ता पक्ष से राजेश मूणत और मोतीलाल देवांगन ने भी तीखे सवाल किए। वहीं जब बार-बार मंत्री जवाब देने से बचते दिखे तब विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने तमाम मंत्रियों को ठीक से जवाब देने की नसीहत दे दी। इधर मंत्री के जवाब से असंतुष्ट होकर कांग्रेस ने वॉकआउट कर दिया।
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दरअसल प्रश्नकाल में अजय चंद्राकर ने जल जीवन मिशन पर सवाल उठाए। उन्होंने सदन में आसंदी के माध्यम से कहा कि चार महीने पहले मुझे विस्तृत जानकारी देने की बात मंत्री जी ने कही थी, लेकिन आज तक जवाब नहीं दिया गया कि कितने गांव में जल स्रोत नहीं है ? कितने गांवों में पाइपलाइन और टंकी बनाई गई है ?
इसके जवाब में कहा कि, 653 स्त्रोत विहीन गांव हैं। जहां पाइप लाइन और टंकी डल गई है। वहीं बगैर जलस्त्रोत पाइपलाइन और टंकी निर्माण पर अजय चंद्राकर ने सवाल उठाये हैं। उन्होंने कहा कि, बगैर जलस्त्रोत जिन अफसरों ने पाइपलाइन बिछा दिए क्या उनके खिलाफ कार्रवाई होगी ?
उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि,जब तक कार्य 70% पूरा नहीं होगा तब तक भुगतान नहीं करेंगे। अगर स्रोत नहीं पाया गया, योजना पूरी नहीं हुई तो संबंधित लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अजय चंद्राकर ने कहा- जल स्त्रोत विहीन गांव में नल कनेक्शन लगने पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। जहां नल से घर तक पानी नहीं पहुंचेगा।
मूणत बोले-रायपुर में 24 घंटे पानी नहीं
इधर सदन (budget session) में विधायक राजेश मूणत ने अमृत मिशन का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा रायपुर के एक भी वार्ड में 24 घंटे 7 दिन जल का कार्य पूरा नहीं हुआ है। 411 करोड़ खर्च करने के बाद भी 24 घंटे 7 दिन पानी नहीं दे पाए। क्या इसके दोषी अफसरों के खिलाफ कोई कार्रवाई की जाएगी। इस पर उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा ओवरलेपिंग के संबंध में कोई तथ्य हो उपलब्ध कराएं। राजेश मूणत ने कहा पहले भी लिखित तथ्य उपलब्ध कराए हैं, अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने दोषी अफसरों पर कार्रवाई का भरोसा दिया है।
विपक्ष ने किया वॉकआउट
इधर इस मामलें में मंत्री के जवाब से असंतुष्ट होकर विपक्ष ने वॉकआउट कर दिया। सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि सच्चाई यह है कि पूरे प्रदेश में स्थिति बहुत खराब है। नल जल विभाग में कोई काम नहीं हो रहा है, एक ही विभाग से विधायकों को तीन-तीन बार सवाल पूछने पड़ रहे हैं। सत्ता पक्ष के विधायक भी असंतुष्ट हैं, तो समझ जाइए कि विभाग की स्थिति क्या होगी ? उन्होंने मंत्री की तैयारी पर भी सवाल उठाते हुए कहा मंत्री बिना तैयारी के ही सदन में आ रहे हैं, जो जनता के प्रति उनकी लापरवाही को दर्शाता है।
अध्यक्ष की मंत्रियों को नसीहत
सदन में आज विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने जनजीवन मिशन मामले में मंत्रीगणों को निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि,सदन (budget session) में जो जानकारी देने कराने की बात कही जाती है, उसे निर्धारित समय में सदस्यों को उपलब्ध कराया जाए। सदन में फिर से इस विषय पर चर्चा नहीं होनी चाहिए। स्रोतविहीन गांव होंगे वहां संबंधित लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जल जीवन मिशन पर अजय चंद्राकर ने स्त्रोतविहीन गांवों में टंकी निर्माण के संबंध में जानकारी मांगी थी।