
शहर सत्ता / रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा का बजट सत्र (CG Budget) आज से शुरू हो गया है। सत्र की शुरुवात राज्यपाल रमेन डेका के अभिभाषण के साथ हुई। उन्होंने अपने अभिभाषण में सूबे की सरकार के कामकाज और जनहितैषी योजानों का जिक्र किया। राज्यपाल रमेन डेका ने अपने अभिभाषण में कहा कि छत्तीसगढ़ विधानसभा के वर्ष 2025 में आयोजित इस प्रथम सत्र में आप सभी का हार्दिक अभिनंदन है।
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आप सभी को इसके लिए बहुत सारी शुभकामनाएँ। यह विधानसभा गणतंत्र का मंदिर है। यहाँ संविधान की पूजा होती है। मुझे खुशी है कि सदस्यगण अपनी पूरी क्षमता के साथ यहाँ अपने संवैधानिक दायित्वों को निभा रहे हैं। अपने क्षेत्र के प्रतिनिधि के रूप में आम जनता की आवाज इस फोरम में रख रहे हैं।
उन्होंने कहा कि विकसित देशों की सूची में शामिल होने, भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है। विकसित भारत के अनुरूप विकसित छत्तीसगढ़ तैयार करने मेरी सरकार कड़ी मेहनत कर रही है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने मेरी सरकार ने जनप्रतिनिधियों, विशेषज्ञों तथा आम जनता का फीडबैक लेकर आर्थिक-सामाजिक-सांस्कृतिक विकास के लिए बारीकी से रणनीति तैयार की है और इस पर अमल कर रही है।
समावेशी होगा बजट-सीएम साय
इधर सत्र के पहले दिन छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बजट को लेकर महत्वपुर्ण बात कही। उन्होंने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि ” इस बार जो बजट (CG Budget) आएगा, वह जनकल्याणकारी और समावेशी बजट होगा। हम इस नए बजट में अटल जी के छत्तीसगढ़ निर्माण के संकल्प को पूरा करेंगे। विकसित छत्तीसगढ़ निर्माण की दिशा में सरकार तेजी से कदम उठाएगी।”
#WATCH रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा, "… इस बार जो बजट आएगा वह जनकल्याणकारी और समावेशी बजट होगा। हम इस नए बजट में अटल जी के छत्तीसगढ़ निर्माण के संकल्प को पूरा करेंगे। विकसित छत्तीसगढ़ निर्माण की दिशा में सरकार तेजी से कदम उठाएगी…" pic.twitter.com/qJlp38poha
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 24, 2025
दो लाख करोड़ तक होगा बजट
गौरतालब है कि छत्तीसगढ़ विधानसभा का बजट सत्र (CG Budget) आज से शुरू हो गया है। 3 मार्च को वित्त मंत्री ओपी चौधरी वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए राज्य का बजट पेश करेंगे। छत्तीसगढ़ राज्य बने 25 साल से अधिक हो गए। इस साल वार्षिक बजट का आकार पौने दो लाख करोड़ रुपए से अधिक पहुंच चुका है, यानी करीब 30 गुना से ज्यादा बढ़ चुका है। ऐसे में नए वित्तीय वर्ष के लिए आने वाला बजट लगभग दो लाख करोड़ रुपए के करीब होने का अनुमाल लगाया जा रहा है। दरअसल मूल बजट के अलावा हर साल अनुपूरक बजट भी पेश होते रहे हैं, इसलिए सालाना आंकड़ा तेजी से उछले।