महापौर आरक्षण को लेकर कांग्रेस और बीजेपी की नजरें टिकी, आरक्षण 7 जनवरी को होगा तय
शहर सत्ता/रायपुर। रायपुर नगरीय निकाय चुनाव आरक्षण 7 जनवरी को तय होना है। इसके पहले ही महापौर आरक्षण को लेकर कांग्रेस और बीजेपी की नजरें टिकी हुई है। इस बार सियासी बाजार में महापौर का आरक्षण क्या होगा? कैसा रहेगा समीकरण? इन्हीं बातों को लेकर दोनों पार्टियों के नेताओं में सुगबुगाहट देखी जा रही है। वहीं महापौर समीकरण में आरक्षण बदलने के आसार नजर आ रहे हैं। नगर निगम चुनाव में इस बार महिला आरक्षण दिए जाने की खबर भी तेज है।
रायपुर नगरीय निकाय चुनाव आरक्षण का इंतजार 7 जनवरी को खत्म हो जाएगा। जहां सभी राजनीतिक पार्टियों के नेता मौजूद होंगे। इस दौरान महापौर आरक्षण को लेकर घोषणा होगी। वहीं सूत्रों की मानें तो रायपुर महापौर के लिए इस बार महिला आरक्षण दिए जाने की पूरी संभावना है। हालाॅकि यह आरक्षण का वर्ग सामान्य या फिर ओबीसी हो सकता है। फिलहाल महापौर आरक्षण को लेकर चर्चा का बाजार गर्म है।
तीन बार रहे कांग्रेस के महापौर
नगर निगम के सियासत की बात करें तो कांग्रेस की ओर से लगातार तीन बार महापौर बनाए गए हैं। इसमें पहले किरणमयी नायक, दूसरा प्रमोद दुबे और तीसरा एजाज ढेबर का नाम षामिल है। लिहाजा अब यह माना जा रहा है कि इस बार महापौर का आरक्षण महिला वर्ग को देने से भाजपा को फायदा हो सकता है।
महापौर आरक्षण की तारीख बदली
मिली जानकारी के अनुसार नगरीय प्रशासन ने महापौर आरक्षण का फैसला 27 दिसंबर को होना तय था लेकिन नगरीय प्रशासन ने गुरूवार को आदेश जारी किया है कि नगर पालिका निगमों के महापौर और नगर पालिका परिषद के अध्यक्षों के पद का आरक्षण 27 दिसंबर को पंडित दीनदयाल उपाध्याय ओडोटोरियम में किया जाना प्नरस्तावित था जिसे अब 7 जनवरी को रखा गया है|