पुलिस भर्ती में हुआ फर्जीवाड़ा, एजेंसियों की भूमिका में संदेह
शहर सत्ता/रायपुर। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव की आठवीं बटालियन के पुलिस भर्ती मामले में गड़बड़ियां उजागर हुआ है। इसी मामले में एक आरक्षक अनिल रत्नाकर की लाश रामपुर में फांसी के फंदे से लटकी मिली। इसके बाद मामले ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पुलिस भर्ती में हुए फर्जीवाड़ा की जांच की मांग की है। श्री बघेल ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के सुशासन में फर्जीवाड़ा होना बड़ा संकेत है। साथ ही जहां-जहां भर्ती प्रक्रिया चल रही है उन सभी में फर्जी भर्तीयां होने की शिकायतें आ रही है। जिस प्रकार एजेंसियां कार्य कर रही है उनकी भूमिका भी संदेह के दायरे में है। सभी की जांच किया जाना चाहिए ताकि मृतक आरक्षक को न्याय मिल सके।
पीड़ित परिवार कर रही सीबीआई जांच की मांग
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि पीड़ित परिवार ने अपने घर का एक सदस्य खोया है। उसकी पीड़ा को परिवार ही समझ सकते हैं। परिवार का एक सदस्य पुलिस विभाग में पीएसओ के पद पर पदस्थ है। पीड़ित परिवार लगातार शासन-प्रशासन से सीबीआई जांच की मांग कर रहा है|